दुनियाभर के महामारी विशेषज्ञ कह रहे हैं कि कोरोना के मामलों की रफ्तार को धीमा करना है तो मास्क पहनिए। लोग मास्क पहन तो रहे हैं लेकिन अपने अंदाज में। इन्हें फर्क नहीं कि इससे कोरोना रुकेगा या नहीं। यह बचाव से ज्यादा फैशन और क्रिएटिविटी का हिस्सा बन गया है। कुछ देशों में इसका इस्तेमाल विरोध के तौर पर भी किया जा रहा है।
आज की फोटो स्टोरी में देखिए दुनिया के ऐसे ही अजीबोगरीब मास्क, जो संक्रमण से बचाएंगे या नहीं, इसकी गारंटी नहीं...
प्लास्टिक वाटर टैंक से कोरोना का बचाव
फिलीपींस की राजधानी मनीला में प्लास्टिक के वाटर टैंक को सिर पर लगाकर लोग निकल रहे हैं। महामारी से बचने के लिए लोगों ने यह तरीका अपनाया है। हॉन्गकॉन्ग यूनिवर्सिटी और मेरीलैंड यूनिवर्सिटी की संयुक्त रिसर्च में सामने आया है मास्क 100 फीसदी तक संक्रामक जर्म्स को रोकने में सफल रहा। इसके बावजूद लोग मास्क लगाने से परहेज कर रहे हैं।
बचाव से ज्यादा विरोध की चिंता
महामारी को लेकर दुनियाभर में लगाई गईं पाबंदियों के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को विरोध भी झेलना पड़ रहा है। कई देशों में लोग WHO के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। यह तस्वीर वेस्टर्न जर्मनी के डॉर्टमंड की जिसमें महिला ने मास्क पर एंटी-डब्ल्यूएचओ लिख रखा है। मास्क का यह तरीका विरोध से ज्यादा संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है।
पत्तागोभी वाला मास्क
यह तस्वीर फिलीस्तीन है, जहां एक मां ने अपने बच्चों का चेहरा पत्तागोभी के पत्तों से ढका है। यहां ऐसा मजाक में किया गया है लेकिन कई देशों के आदिवासी क्षेत्रों में लोगों ने पत्तागोभी को मास्क की तरह इस्तेमाल किया है। इसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं।
नैपकिन वाला मास्क
यहां तस्वीर फांस की है, जिसमें एक शख्स ने नैपकिन से मुंह को ढकने की कोशिश की है। एम्स भोपाल की विशेषज्ञ डॉ. नीलकमल कपूर कहती हैं, कुछ लोग बार-बार मास्क नाक से नीचे या मुंह के ऊपर खिसका देते हैं। ऐसा करना खतरनाक है और संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
ऐसा मास्क जिसे लगाने का कोई फायदा नहीं
यह तस्वीर युगांडा की राजधानी कंपाला शहर की है। शख्स ने एक गोल मेटल के हिस्से को मास्क की तरह पहन रखा है, इससे संक्रमण कितना रुकेगा, आसानी से समझा जा सकता है। डॉ. नीलकमल कपूर के मुताबिक, मास्क ऐसा होना चाहिए जो आंखों के नीचे से लेकर ठोड़ी तक कवर करे। यह ढीला नहीं होना चाहिए।
प्लास्टिक के वेस्ट से मास्क बनाकर दिखाया
दुनियाभर में प्लास्टिक के प्रदूषण का बढ़ता बोझ दिखाने के लिए फैशन फोटोग्राफर मार्सियो रॉडरिगेस ने एक तस्वीर तैयार की। तस्वीर में एक शख्स को प्लास्टिक वेस्ट का मास्क लगाए हुए दिखाया गया है ताकि लोगों को प्लास्टिक पॉल्यूशन का सबक सिखा सकें। कोरोना काल में मास्क, सैनेटाइजर की बोतलें, पीपीई और प्लास्टिक का कचरा और अधिक बढ़ा है, जो समुद्र तक पहुंच रहा है।
प्लास्टिक की बोतल को बनाया मास्क
मनमाने तरीके से बचाव का तरीका इंडोनेशिया की राजधानी जाकार्ता में भी अपनाया जा रहा है। यहां एक लड़के ने दो मास्क लगाने के बाद भी पानी की बोतल से सिर को ढक रखा है। इससे बेचैनी हो सकती है। इंडोनेशिया में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 155,412 हो गई। महमारी में 79 लोगों की मौत के बाद मरने वालों का आंकड़ा 6,759 पर पहुंच गया।
3डी-प्रिंटेड रेस्पिरेट्री वॉल्व फिटिंग
यह खास तरह का 3डी-प्रिंटेड रेस्पिरेट्री वॉल्व फिटिंग है। इसे इटली के डिजाइनर मारियो मिलानेसो में बनाया है और मास्क के ऊपर लगाया है। इटली में संक्रमण के मामलों का आंकड़ा 2.60 लाख पार हो चुके हैं, जबकि 35,430 लोगो की मौत हो चुकी है।
फैशनबेल मास्क
यह तस्वीर बैंकॉक की है। जिसे एक ब्यूटी कॉन्टेस्ट के दौरान कैप्चर किया गया है। राजधानी थाइलैंड में मिस, मिस्टर और क्वीन डीफ कॉन्टेस्ट के दौरान प्रतिभागी ने यह फैशनेबल मास्क पहना। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल भी हुई।
प्रेम और भाईचारे का संदेश देने वाला मास्क
महामारी में संक्रमण के डर ने लोगों के बीच एक खाई खोद दी है, लोग एक-दूसरे से बात करने में हिचक रहे हैं। कोरोना से रिकवर होने के बाद भी लोग मरीज से मिलना पसंद नहीं कर रहे हैं। लोगों के बीच से इस डर को मिटाने के लिए हैदराबाद के शख्स ने यह मास्क लगाया है। मास्क पर लिखा है प्यार फैलाएं वायरस नहीं।
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