
ALMOST one in five hospital patients with Covid caught the virus after being admitted, experts believe.
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सीजेरियन ऑपरेशन से होने वाले बच्चों की रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। इन्हें ऐसे बैक्टीरिया नहीं मिल पाते हैं जो उनके लिए फायदेमंद हैं। इसलिए डॉक्टर सोच रहे हैं कि उनके शरीर में कैसे इस जरूरी बैक्टीरिया की कमी को पूरा किया जाए। यह रिसर्च फिनलैंड की हेलसिंकी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने की है।
इसलिए ये बैक्टीरिया जरूरी
सीजेरियन ऑपरेशन से जन्म लेने वाले बच्चों की एक कमी को दूर करने की कोशिश हो रही है। नवजात शिशु को कई तरह के द्रव और मल का अंश भी अपनी मां से मिलता है। इस बात के सबूत मिल रहे हैं कि शिशुओं को बैक्टीरिया से भरपूर मल से फायदा है। वे बच्चे के इम्यून सिस्टम के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ऐसे बैक्टीरिया के बिना एलर्जी और टाइप-1 डायबिटीज जैसी गड़बड़ियां पैदा हो सकती हैं। आंत के तत्व पेचीदा कार्बोहाइड्रेट्स जैसी खाने-पीने की कुछ चीजों को पचाने में मदद करते हैं। इनमें असंतुलन से मोटापे जैसे विकार पैदा हो सकते हैं।
नवजात में गुड बैक्टीरिया पहुंचाने के लिए किए प्रयोग
पहले शोधकर्ता मां से बैक्टीरिया निकालकर को नवजात शिशुओं के चेहरों पर लगाते थे। इससे कोई नतीजा नहीं निकला। हेलसिंकी यूनिवर्सिटी के डॉ. विलेम डी वोस और डॉ. स्ट्यूर एंडरसन ने शिशुओं को मां की आंत के बैक्टीरिया को दूध के साथ देने का परीक्षण किया है।
इस उद्देश्य के लिए सीजेरियन से बच्चों को जन्म देने वाली सात माताओं का चयन किया गया। हर शिशु को सीरिंज से मां के दूध के साथ मां से तीन सप्ताह पहले एकत्र मल के अंश की डोज दी गई।
किसी भी बच्चे पर नकारात्मक असर नहीं पड़ा।
तुलना के लिए शोधकर्ताओं ने 47 अन्य शिशुओं के मल के नमूने एकत्र किए। इनमें से 29 बच्चे सामान्य प्रसव और 18 सीजेरियन ऑपरेशन से हुए थे। डॉ. वोस और डॉ. एंडरसन ने पाया कि सात बच्चों में बैक्टीरिया के अंश उन बच्चों के समान पाए गए जो सामान्य प्रसव से जन्मे थे। अब रिसर्च होगी कि ऐसे बच्चे आगे जाकर प्रतिरोध तंत्र से जुड़ी गड़बड़ी से प्रभावित होते हैं या नहीं।
जरूरी नहीं कि सारे वर्कआउट जिम में ही किए जाएं। ज्यादातर महिलाएं समय न मिलने के कारण जिम नहीं जा पातीं। ऐसे में कुछ वर्कआउट घर पर ही बिना किसी मशीन या इक्विपमेंट के किए जा सकते हैं। जानिए 3 ऐसी ही एक्सरसाइज के बारे में जो पेट को मजबूत बनाने के साथ चर्बी घटाने का काम करती हैं...
रिवर्स क्रंच
ऐसे करें : पीठ के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को सीधा करके कमर के पास रखें। पैरों को जमीन से 45 डिग्री ऊपर उठाकर रखें। अब हाथों की यही पोजिशन बरकरार रखते हुए जोर लगाएं। पैरों से लेकर कूल्हे तक के भाग को ऊपर उठाएं। इसे 10 से 15 बार दोहराएं।
सीटेड रोटेशन
ऐसे करें : सीधे बैठ जाएं और पैरों को जमीन से 90 डिग्री उठाएं। अब दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसा लें। दोनों हाथों को तस्वीर के मुताबिक आपस में पकड़े हुए दाईं ओर फिर बाईं ओर मोड़ें। मुड़ते हुए कोशिश करें कि जिस भी तरफ मुड़ रहे हैं उस ओर की जमीन कोहनी से छूने की कोशिश करें। अपनी क्षमता के मुताबिक इससे 10-10 के सेट लगा सकती हैं।
एयर चॉप
दोनों पैरों के बीच थोड़ा अंतर रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाए। अब सामने देखते हुए दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं और फिर नीचे लाते हुए सीने के सामने लाएं। ये प्रक्रिया तेजी से 5 से 10 मिनट तक दोहराएं।
व्रत का धार्मिक महत्व तो है ही यह शरीर की हीलिंग का भी मौका होता है। व्रत से बॉडी को ब्रेक मिलता है। लेकिन डाइट का सही मैनेजमेंट न होने की वजह से शरीर को व्रत का पूरा फायदा नहीं मिल पाता। एक्सपर्ट की टिप्स से आप 9 दिन के उपवास के लिए हेल्दी डाइट प्लान कर सकते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट मंजरी चंद्रा बता रही हैं नवरात्रि में व्रत के लिए डाइट प्लान बनाएं तो इन 9 बातों का ध्यान रखें...
1. गुड फैट जरूर लें
उपवास में केवल फल या मिलेट्स (चौलाई, कुटू आदि) ही न खाएं। घी, मक्खन, नारियल तेल या तिल का तेल जैसे हेल्दी तेल जरूर लें। अच्छा फैट खाने से मोटे नहीं होते हैं, बल्कि लंबे समय तक ऊर्जा बनाए रखने के लिए ये बहत जरूरी हैं। सिर्फ उबला खाना ठीक नहीं।
2. अरबी, आलू और स्वीट पोटेटो का छिलका न उतारें
आलू, अरबी, स्वीट पोटेटो जैसी जमीन के नीचे उगने वाली चीजें जरूर खाएं लेकिन इनका छिलका न उतारें। जिन चीजों को बिना छिल्का उतारे खाया जा सकता है, उन्हें वैसे ही खाना चाहिए क्योंकि छिलकों में न्यूट्रिएंट्स होते हैं।
3. करोंदा है सुपरफूड
करोंदा, कोकम, अलसी, आंवला जैसी चीजों को अपने व्रत के खाने में शामिल करें। व्रत ऐसी चीजें खाने का मौका है जिन्हें आप आमतौरपर पर खाने में इस्तेमाल नहीं करते हैं।
4. चाय से भूख न मारें
खाली पेट बार-बार चाय पीना नकसानदेह है। शरीर में पानी बनाए रखने के लिए नींबू पानी, मठा, दालचीनी की चाय और नारियल पानी जैसे पेय ले सकते हैं।
5. व्रत में भी समय पर खाएं
अगर व्रत में आप देर रात खाना खाते हैं तो शरीर को व्रत का फायदा नहीं मिलता। शाम को 6 से 7 के बीच खाना खा लेना चाहिए। लम्बे समय तक भूखे रहने से बचना चाहिए वरना गैस की समस्या हो सकती है।
6. हेल्दी मिठाई चुनें
हलवा, पायसम, चौलाई के लड्डू, सिंघाड़े के आटे की बर्फी या हलवा, साबुदाने की खीर, ये सभी बहुत हेल्दी मिठाई हैं। बस सफेद शक्कर इस्तेमाल न करें। खांड या गुड़ इस्तेमाल कर सकते हैं। डायबिटिक हैं तो स्वीटनर इस्तेमाल करें।
7. चिप्स की जगह नट्स लें
कई लोग व्रत में स्नैक्स के लिए तरह-तरह की चिप्स और बाजार में मिलने वाले फलाहारी नमकीन खाते रहते हैं। इनकी जगह नट्स (काजू, बादाम आदि) ज्यादा फायदेमंद विकल्प हैं। इन्हें सेंके, तलें नहीं।
8. दही जरूर खाएं
व्रत में शरीर हीलिंग मोड में होता है। ऐसे में प्रोबायोटिक्स फायदेमंद होते हैं। ये आपको दही में मिल सकते हैं। इसे डाइट में जरूर शामिल करें। इसके अलावा यह एनर्जी देने का काम भी करता है।
9. सही साबूदाना पहचानें
उपवास में साबूदाने से कई चीजें बनाई जाती हैं। बाजार में कई तरह का साबूदाना उपलब्ध है। कई बार इसकी जगह स्टार्च भी मिल रहा होता है। सस्ते साबूदाने से बचें। खराब साबूदाना पानी में धोने पर पानी गंदा और ज्यादा चिपचिपा-सा होता है। अच्छा साबूदाना पानी में ज्यादा फूलता है।