वियतनाम के रहने वाले 92 साल के नगुएन ने पिछले 80 सालों से अपने बाल नहीं कटाए हैं। इनके बालों की लम्बाई 5 मीटर है। नगुएन का मानना है इंसान जिस भी चीज के साथ पैदा हुआ है उससे छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए।
वह कहते हैं, अगर मैं अपने बालों को कटाउंगा तो मैं मर जाउंगा। मैं किसी भी तरह के बदलाव की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। मैं बालों में कंघा तक नहीं करता हूं। न ही इन्हें धोता हूं, सिर्फ इसे सुलझाकर ऊपर से एक कपड़ा बांध लेता हूं
बालों का ईश्वर की कृपा मानते हैं
नगुएन वेन चेइन वियतनाम की हो-ची मिन शहर से 80 किलोमीटर दूर एक गांव में रहते हैं। वह कहते हैं, मैं बालों की देखभाल करता हूं, इन्हें सुलझाता हूं ताकि ये अच्छा दिखें। बालों का बढ़ना, ईश्वर की कृपा है। इसलिए मैं इसे नहीं काटता। इसे नारंगी पगड़ी से ढकता हूं।
स्कूल में बाल काटने पर भाग गए थे
वह कहते हैं, जब मैं तीसरी कक्षा में था तो स्कूल में इसे कटाने को कहा गया था लेकिन मैं वहां से भाग गया था। तभी तय किया कि बालों को न तो कभी कटाउंगा, न कंघा करूंगा और न ही इसे धोउंगा।
मैं कभी इन्हें प्यार से कंघा से सुझलाता था
नगुएन कहते हैं कि मुझे अच्छी तरह याद एक समय मेरे बाल काले और मजबूत थे। मैं कंघा करता था। इन्हें प्यार से सुलझाता था। लेकिन जब मुझे अहसास हुआ कि ईश्वर चाहते हैं कि इनके साथ छेड़छाड़ न हो तो कंघा करना तक छोड़ दिया।
बालों को सुलझाने में बेटा मदद करता है
बालों को सुलझाने में नगुएन का पांचवा बेटा नगुएन वेन लुओम इनकी मदद करता है। उनका भी मानना है कि बालों को काटने पर इंसान के साथ बुरा हो सकता है। लुओम कहते हैं, यह सभी बातें साधारण हैं और पवित्र भी।
उम्र के इस पड़ाव पर रोजाना खाना भी बनाते हैं
नगुएन वियतनाम के टिएन गियांग प्रांत में रहते हैं। उम्र के इस पड़ाव पर भी वह रोजाना खाना बनाते हैं। रोजाना ईश्वर से प्रार्थना करते हैं।
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