Tuesday, September 8, 2020
How to live longer: The 50p item that may reduce your risk of heart disease and cancer
HOW TO live longer: Heart disease and cancer present the biggest threats to life expectancy. While you cannot fully shield yourself against these threats, a particular vegetable may offer some protection.
from Daily Express :: Health Feed https://ift.tt/3lZrEfX
Diabetes type 2 warning - the three most common warning signs of high blood sugar revealed
DIABETES type 2 symptoms may be difficult to spot during its early stages, as some of the signs don't necessarily make you feel unwell. These are some of the most common warning signs of high blood sugar. Should you speak to a doctor about diabetes symptoms?
from Daily Express :: Health Feed https://ift.tt/3hcQQvI
Worst dating habit, according to your sunsign
from LifeStyle - Latest Lifestyle News, Hot Trends, Celebrity Styles & Events https://ift.tt/33f16ys
https://ift.tt/33e4n19
Lung cancer symptoms: Do your nails feel like this? Warning sign
Coronavirus vaccine ‘not likely’ before Christmas
How to live longer - the very best exercise to add years onto your lifespan
HOW TO live longer: Prevent an early death by eating a healthy, balanced diet, and by doing regular exercise. You could increase your life expectancy by changing your gym workout routine. This is the best exercise to make sure you add years onto your life.
from Daily Express :: Health Feed https://ift.tt/2FbHhAf
Dentists Are Seeing an Epidemic of Cracked Teeth. What’s Going On?
from NYT > Health https://ift.tt/337BCmz
https://ift.tt/eA8V8J
Meghan Markle pregnant: Meghan craved 'healthy snacks' during final days of pregnancy
दूसरी महामारी के लिए तैयार रहें क्योंकि ये खत्म नहीं होतीं; अगला खतरा आने से पहले स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की जरूरत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी जारी की है। संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधानोम ने सोमवार को देर शाम कहा, लोग दूसरी महामारी के लिए तैयार रहें। लोगों को अगली महामारी से पहले स्वास्थ्य सेवाओं में पैसा निवेश करना चाहिए, नहीं तो फिर कोरोना जैसा हालत बन सकते हैं।
टेड्रोस ने जेनेवा में हुई एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, महामारी के कारण दुनियाभर में 2.71 करोड़ लोग संक्रमित हुए और 8.88 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई। दुनिया के कई देशों में इसकी भयावहता बढ़ रही है। जिसे कंट्रोल मुश्किल होता जा रहा है।
इतिहास कई महामारियों का गवाह
टेड्रोस के मुताबिक, इतिहास गवाह रहा है कि यह कोई आखिरी महामारी नहीं है। यही जीवन की सच्चाई है और ये खत्म नहीं होती हैं। अब अगली महामारी के आने से पहले हमें उसके लिए पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए।
जून-2021 से पहले टीकाकरण की उम्मीद नहीं
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रवक्ता डॉ. मारग्रेट हैरिस ने कहा, बड़े पैमाने पर कोरोना के टीकाकरण की उम्मीद अगले साल जून तक भी नहीं की जा सकती। अभी भी दुनियाभर में वैक्सीन के ट्रायल पूरे नहीं हुए हैं।
उन्होंने कहा, दुनियाभर की कई वैक्सीन एडवांस स्टेज के क्लीनिकल ट्रायल में हैं। इनमें से कोई भी वैक्सीन कोरोना को रोकने में 50 फीसदी तक भी असरदार साबित नहीं हुई है। महामारी के इस दौर में किसी भी वैक्सीन से यह उम्मीद की जाती है कि यह कम से कम 50 फीसदी तो असरदार हो।
डॉ. हैरिस के मुताबिक, हर वैक्सीन का तीसरा चरण काफी लम्बा समय लेता है। इसके बाद ही पता चलेगा कि यह कितनी कारगर है। वैक्सीन लाखों लोगों को दी जा चुकी है, लेकिन हमें यह नहीं पता कि कौन सी वैक्सीन मानकों के मुताबिक कितनी असरदार है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3jWNtLb
https://ift.tt/336PMEG
Coronavirus warning: UK cases are rising ‘exponentially’ - how to tell you're at risk
High blood pressure warning: What colour is your pee? Signs of hypertension in your urine
HIGH blood pressure symptoms can be difficult to spot, but may include headaches and chest pain. You could also be at risk of deadly hypertension if you develop a tell-tale sign in your urine. What colour is your pee? Should you consider speaking to a doctor about your blood pressure?
from Daily Express :: Health Feed https://ift.tt/35sNuTh
Tesco, Ocado, Waitrose food recall over urgent allergy fears - return this item
संक्रमण के बाद बेकाबू होता इम्यून सिस्टम मोटे लोगों में बढ़ाता है मौत का खतरा, 3 तरह से कोरोना मरीज काे जकड़ता है
अमेरिका के जॉन प्लेस की उम्र 43 साल है और वजन 112 किलो है। जून में जॉन को कोरोना का संक्रमण हुआ और आईसीयू में भर्ती किया गया। मोटापे के कारण डॉक्टरों ने इनकी बचने सम्भावना 20 फीसदी ही जताई थी। काफी इलाज के बाद जॉन रिकवर तो हुए लेकिन शरीर में हो रहा दर्द अभी भी परेशान कर रहा है।
दुनियाभर के कई देशों में हुई रिसर्च कहती है, मोटे लोगों को कोरोना 3 तरह से परेशान करता है। पहला, इनमें संक्रमण होने का खतरा ज्यादा है। दूसरा, इनमें संक्रमण होने पर ज्यादातर मामलों में हालत नाजुक हो जाती है। तीसरा, अगर ये मोटापे के अलावा डायबिटीज या हार्ट डिसीज से जूझ रहे हैं तो केस और बिगड़ता है।
अधिक वजन वाले लोगों में कोरोना का संक्रमण जल्दी क्यों होता है, दूसरे मरीजों के मुकाबले हालत नाजुक क्यों हो जाती है क्यों इनमें कोविड-19 से लड़ने की क्षमता घट जाती है, रिसर्चरों की मदद से हमनें यह जाना। पढ़िए रिपोर्ट....
बेकाबू हो जाता है रोगों से लड़ने वाला इम्यून सिस्टम
इंटरनेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन एंडोक्राइन सोसायटी के जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, मोटापा कोरोना से लड़ना मुश्किल कर देता है। ऐसे लोगों में ज्यादातर संक्रमण के बाद इम्यून सिस्टम बेकाबू हो जाता है। यानी शरीर को बचाने वाला सिस्टम ही शरीर को नुकसान पहुंचाने लगता है।
विज्ञान की भाषा में इसे साइटोकाइन स्टॉर्म कहते हैं। मोटापे के कारण डायबिटीज, हार्ट और किडनी डिसीज को बढ़ावा मिलता है, जिसका असर शरीर में रोगों से लड़ने वाले इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। अगर मोटापे के अलावा किसी और भी बीमारी से जूझ रहे हैं और संक्रमण के बाद चुनौती बढ़ जाती है।
बीएमआई अधिक यानी खतरा ज्यादा
इस साल 1 से 4 सितंबर के बीच वर्चुअल इंटरनेशनल ओबेसिटी कॉन्फ्रेंस हुई। इस दौरान मोटापे और कोविड-19 के बीच क्या कनेक्शन है, इससे जुड़ा डाटा पेश किया गया। डाटा के मुताबिक, रिसर्च के दौरान कोविड-19 के 124 मरीज आईसीयू में भर्ती हुए। इनमें से मात्र 10 फीसदी ही ऐसे मरीज थे जिनका वजन सामान्य था। ज्यादातर ऐसे मरीज थे जिनका बीएमआई या 30 से 40 की रेंज में था।यानी सामान्य से अधिक वजन वाले इंसान।
बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स, यह ऐसा पैमाना है जो वैज्ञानिक नजरिए से बताता है, आपका वजन ज्यादा है या कम। बीएमआई 25 से कम से होना ही बेहतर माना जाता है। आंकड़ा जैसे ही इसके ऊपर जाता है, खतरा बढ़ जाता है।
खतरा कई बार साबित भी हुआ है
अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, मोटे लोग कोविड-19 के रिस्क जोन में हैं लेकिन यह पहली बार नहीं है। 2009 में H1N1 इंफ्लुएंजा महामारी के समय भी अधिक वजन वाले लोगों में संक्रमण अधिक बढ़ा और जानें गईं। 1950 और 1960 के दौर की फ्लू महामारी में भी अधिक चर्बी वाले लोगों को खतरा अधिक रहा है और इनकी मौत का आंकड़ा भी ज्यादा था।
मोटापे से जुड़ी 5 बातें आपको जरूरत मालूम होनी चाहिए
1. सिर्फ वजन का बढ़ना मोटापा नहीं
मुम्बई के जसलोक हॉस्पिटल के कंसल्टेंट बेरियाट्रिक सर्जन डॉ. संजय बोरूडे के मुताबिक, मोटापा कितना है यह तीन तरह से जांचा जाता है। पहले तरीके में शरीर का फैट, मसल्स, हड्डी और बॉडी में मौजूद पानी का वजन जांचा जाता है। दूसरा है बॉडी मास इंडेक्स। तीसरी जांच में कूल्हे और कमर का अनुपात देखा जाता है। ये जांच बताती हैं आप वाकई में मोटे है या नहीं।
2. यह बीमारियों की नींव है
आमभाषा में कहें तो मोटापा ज्यादातर बीमारियों की नींव है। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, जॉइंट पेन और कैंसर तक की वजह चर्बी है। फैट जब बढ़ता है तो शरीर के हर हिस्से में बढ़ता है। चर्बी से निकलने वाले हार्मोन नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए शरीर का हर हिस्सा इससे प्रभावित होता है। जैसे- पेन्क्रियाज का फैट डायबिटीज, किडनी का फैट ब्लड प्रेशर, हार्ट से आसपास जमा चर्बी हदय रोगों की वजह बनती है।
3. दो तरह से बढ़ता है मोटापा
मोटापा दो वजहों से बढ़ता है। पहला आनुवांशिक यानी फैमिली हिस्ट्री से मिलने वाला मोटापा। दूसरा, बाहरी कारणों से बढ़ने वाला मोटापा। जैसे ऐसी चीजें ज्यादा खाना जो तला हुआ या अधिक कैलोरी वाला है। जैसे फास्ट और जंक फूड। सिटिंग जॉब वालों में मोटापे का कारण कैलोरी का बर्न न होना है।
4. इसे घटाने का आसान तरीका समझें
रोजाना 30 मिनट की वॉक, सीढ़ी चढ़ना, रात का खाना हल्का लेना और घर के कामों को करके भी मोटापा आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यह शरीर के साथ दिमाग के लिए भी नुकसानदेह है।
5. थोड़ा बदलाव में खानपान में करें
नाश्ते में अंकुरित अनाज यानी मूंग, चना और सोयाबीन को अंकुरित खाएं। ऐसा करने से उनमें मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ती है। मौसमी हरी सब्जियों को डाइट में शामिल करें। अधिक फैट वाला दूध, बटर तथा पनीर लेने से बचें।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3k8Ndcf
https://ift.tt/2R42CxP